बिहार का यह प्रमुख त्यौहार मन में जगाता असीम उल्लास। बिहार का यह प्रमुख त्यौहार मन में जगाता असीम उल्लास।
सूर्य-किरणें सूर्य-किरणें
बिन बताये सिर्फ बातों में लगाये वस्त्र सारे कर चुकी तन से अलग वो डाँटती पुचकारती बहला रही है न... बिन बताये सिर्फ बातों में लगाये वस्त्र सारे कर चुकी तन से अलग वो डाँटती पुचक...
तप रहे किरणों से सूरज की फिर भी निश्चल मुस्करा रहे गाथा अटूट प्रेम की अपनी बता रहे फूल सूरजमुखी ... तप रहे किरणों से सूरज की फिर भी निश्चल मुस्करा रहे गाथा अटूट प्रेम की अपनी ब...
रचना जो मेरा कर्म है भाव जो मेरा मर्म है मैं रचनाकार हूँ बस मन की करता हूँ हाँ हाँ मैं भी लिखता... रचना जो मेरा कर्म है भाव जो मेरा मर्म है मैं रचनाकार हूँ बस मन की करता हूँ ...
इतना सुंदर गाँव हमारा वो नहीं भूल सकते हैं। इतना सुंदर गाँव हमारा वो नहीं भूल सकते हैं।